Header Ads

WTC Points Table: पहले नंबर पर पहुंची साउथ अफ्रीका, पॉइंट्स सिस्टम पर उठा सवाल

WTC Final Points Table: श्रीलंका को हराने के साथ साउथ अफ्रीका की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की पॉइंट्स टेबल में पहले पायदान पर पहुंच गई है। वहीं अब एक मैच जीतने के साथ ही अफ्रीका की टीम फाइनल के लिए क्वालीफाई कर लेगी। वहीं अब साउथ अफ्रीका के पहले पायदान पर पहुंचने के बाद डब्ल्यूटीसी फाइनल पॉइंट्स के सिस्टम पर सवाल उठ ऱहा है।

क्यों उठा ये सवाल?

टेस्ट क्रिकेट को ज्यादा रोमांचक बनाने और फैंस का ध्यान इसकी तरफ खींचने के लिए आईसीसी ने साल 2019 में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत की थी। जिसमें टॉप-9 टीमों को रखा जाता है। इसके अलावा टॉप-2 में रहने वाली टीमों के बीच फाइनल खेला जाता है। जीत प्रतिशत के हिसाब से टीम को पॉइंट्स टेबल में जगह मिलती है। हालांकि कुछ टीमों के लिए ये नियम घाटे का साबित बन चुका है। इस टूर्नामेंट के फॉर्मेट को लेकर अब सवाल उठ रहा है क्योंकि कुछ टीमें 10 मैच खेलती है, कुछ 15 और कुछ 20।

ये भी पढ़ें:- IND vs AUS: सिराज-हेड विवाद में कूदे हरभजन सिंह, आईसीसी पर ही खड़े कर दिए सवाल

अगर मैच को जीतने के हिसाब से देखा जाए तो सबसे ज्यादा मैच जीतने वाली टीम टॉप-4 में भी नहीं है। जी हां इंग्लैंड ने अभी तक सबसे ज्यादा 11 मैच जीते हैं लेकिन ये टीम नंबर-5 पर बनी है, क्योंकि इंग्लैंड का जीत प्रतिशत कम है। इंग्लैंड ने 21 मैच खेले हैं। दूसरी तरफ महज 6 मैच जीतकर साउथ अफ्रीका की टीम पहले नंबर पर पहुंच गई है, चूंकि अफ्रीका ने 10 मैच खेले हैं। ऐसे में ये नियम इंग्लैंड जैसी टीम के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है।

WTC पॉइंट्स टेबल का हाल

फिलहाल डब्ल्यूटीसी फाइनल पॉइंट्स टेबल में साउथ अफ्रीका की टीम 63.33 जीत प्रतिशत के साथ पहले स्थान पर मौजूद है। इसके बाद 60.71 के साथ ऑस्ट्रेलिया दूसरे स्थान पर है। इसके अलावा एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया से हारने के बाद टीम इंडिया 57.29 जीत प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर खिसक गई है। वहीं श्रीलंका चौथे और इंग्लैंड पांचवें स्थान पर बनी हुई है।

ये भी पढ़ें:- IND vs AUS: प्रैक्टिस सेशन में शामिल नहीं हुए जसप्रीत बुमराह, सामने आई बड़ी वजह

The post WTC Points Table: पहले नंबर पर पहुंची साउथ अफ्रीका, पॉइंट्स सिस्टम पर उठा सवाल appeared first on News24 Hindi.

No comments

Powered by Blogger.